उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से टनल में फसे लोग, 15 लोगों की मौत 150 से ज्यादा लापता रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
![]() |
People trapped in tunnel due to glacier burst in Chamoli Uttarakhand |
उत्तराखंड: कल, साढ़े दस बजे, चमोली में नंदादेवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट कर ऋषिगंगा नदी में गिर गया था, जिसके बाद नदी ने नदी ने विशाल रूप धारण कर लिया, बाढ़ आने के वजह से पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो गया तपोवन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में कीचड़ वाला पानी और मलबा भर गया और कई लोग फंस गए।
इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में 150 से ज्यादा लोग लापता हैं। चमोली में आई भीषण आपदा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो चुका है। टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है। ये ऑपरेशन पूरी रात चलता रहा।
Brave #Himveers of ITBP rescuing trapped persons from the tunnel near Tapovan, #Dhauliganga, #Uttarakhand this evening after 4 hrs of efforts. Total 12 persons were rescued from the tunnel out of which 3 were found unconscious. After first aid, carried on stretchers to road head. pic.twitter.com/iHsrFXjhDd
— ITBP (@ITBP_official) February 7, 2021
तपोवन की हाइड्रोपावर प्रॉजेक्ट की एक सुरंग से अब तक 15 लोगों को सही सलामत बचा लिया गया है, जबकि 30 लोग अभी भी दूसरी सुरंग में फंसे हुए हैं। एवं 14 शव अलग अलग स्थानों से बरामद किये गये हैं। स्थानीय प्रशासन से लेकर सेना तक अब बचाव में लगे हैं और राज्य-केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही है।
तपोवन इलाक़े से अबतक 15 लोगों को सही सलामत बचा लिया गया है, वही तपोवन इलाक़े से ही उत्तराखंड पुलिस के दो जवान लापता हैं। राहत बचाव कार्य जारी है। @Ashokkumarips
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 7, 2021
आज चमोली के जोशीमठ में दूसरे दिन भी बचाव अभियान जारी है, जहां ग्लेशियर के फटने के कारण बाढ़ आ गई।अन्य फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद से दूसरी सुरंग को साफ किया जा रहा है
ITBP personnel on the rescue mission at Tunnel in Tapovan, #Chamoli, Joshimath. Excavators being used to clear the slush and debris inside the tunnel to open it.#Himveers #Dhauliganga pic.twitter.com/UY27li1SVe
— ITBP (@ITBP_official) February 8, 2021
आज भी, पूरे दिन बचाव कार्य किया जाएगा और बचे हुए लोगों को बाहर निकाला जाएगा। बता दें ग्लेशियर टूट जाने के कारण चमोली में बड़ा नुकसान हुआ, जहां पानी के तेज बहाव में काफी कुछ बह गया. प्लांट से लेकर पुल और घर तक को इस हादसे में नुकसान हुआ अभी तक कुल 14 शव अलग अलग स्थानों से मिले हैं
ग्रामीणों ने बताया धमाके जैसी आवाज के साथ पानी का सैलाब था, ऋषिगंगा में कीचड़ वाला पानी का सैलाब था जो काफी तेजी से उनकी तरफ बढ़ रहा था इससे पहले लोग कुछ समझ समझ पाते कीचड़ वाले पानी ने सारी चीजें तबाह कर दी। नंदा देवी ग्लेशियर टूटने के बाद यह हिमस्खलन हुआ। इस हिमस्खलन ने उस परियोजना को नष्ट कर दिया जो 2020 में ही शुरू हुई थी। मुख्य सीमा पर एक बड़ा पुल भी बह गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Please do not enter any spam link in the comment box.