लाल किले पर हिंसा के दौरान ग्रिल के निचे दबी हुई ऋतु और रेखा की मदद करने के बजाय उन पर डंडे बरसा रहे थे उपदर्वी
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Ritu and Rekha were being beaten up by Rioters while they were buried under the grill |
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी 2021 को आंदोलन पर बैठे किसानों ने ट्रैक्टर मार्च (Tractor parade) निकाला जो हिंसक हो उठा था। हजारों की संख्या में किसान समय से पहले विभिन्न सीमाओं पर लगे अवरोधकों को तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए और लाल किले पर इन दंगाइयों ने खूब उपद्रव मचाया कई जगह पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई और पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा था।
उस दिन दिल्ली पुलिस के दो सिपाही ऋतु और रेखा की ड्यूटी भी लाल किले पर थी और वे दोनों उन दंगाइयों द्वारा बुरी तरह घायल हो गए थे।
हरियाणा के जींद की रहने वाली ऋतु ने बताया कि " हमारी ड्यूटी लाल किले पर थी हमारे सामने ही ट्रैक्टर और घोड़े पर सवार बड़ी संख्या में दंगाई लाल किले पर घुस आए। उनके हाथो में पत्थर और तलवार थी। भारी भीड़ को आते देख हमने संभलने कि कोशिश कि पर जब तक खुद को संभाल पाते दंगाइयों ने हमला कर दिया। जान बचाने के लिए हम लोग भागे, लेकिन पैर पिसलने से हम गिर गये। लाल किले के ऊपर रखा ग्रिल हमारे ऊपर गिर गया। हम ग्रिल के निचे से निकले कि कोशिश कर रहे थे और चिल्ला रहे थे कि हमे बचालो, लेकिन मदद करने के बजाय उपदर्वी हमारे ऊपर डंडा बरसा रहे थे।
कुछ इस तरह दहशत के उन लम्हों कि दास्तां दिल्ली पुलिस कि सिपाही ऋतु ने बताया। वो लोग हैवान दरिंदे थे, इंसानियत शायद उनमे बची ही नहीं थी।
आगे ऋतु ने बताया कि उनको और उनकी सहयोगी सिपाही रेखा को एक पल ऐसा लगा कि आज शायद जिन्दा ही नहीं बच पाएंगे। ऋतु और रेखा करीब 15 मिनट तक ग्रिल के नीचे दबे रहे। कुछ देर के बाद वहां पहुंचे सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें ग्रिल से निकाला। ऋतु ने बताया कि उनके सर और पैर पर चोट लगी थी और रेखा को पेट में गंभीर चोट लगी थी।
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