छात्रा अंदर ही अंदर इस अपमान से घुटन महसूस कर रही थी। इसी अपमान ने छात्रा को जान देने पर मजबूर कर दिया, छात्रा घर में दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी पर लटक गयी
हमीरपुर (उत्तर प्रदेश): डीजे पर जबरन नचाये जाने से दुखी छात्रा ने रविवार 20 जून 2021 को फांसी लगा ली।
जनपद हमीरपुर के थाना मझगवां ग्राम खड़ाखर मे बीते दिनों डीजे व वैण्डबाजो के साथ निकाले गए ग्राम प्रधान के विजय जुलूस में दरवाजे पर खड़ी दिपा नाम की युवती को पकड़ कर शराब के नशे में धुत दबंगो ने सरेआम छेड़छाड़ करते हुए जबरन नाचने पर मजबूर किया।
पीड़ित युवती के पिता द्वारा थाने में गंभीर धाराओं में FIR दर्ज करायी गयी मगर पुलिस द्वारा कार्यवाही नहीं की गयी।
आरोपित छात्रा के ऊपर करते थे छिटाकशी
गिरफ्तारी से बच गए थे आरोपित घर से बाहर निकलने पर छात्रा के ऊपर छिंटाकशी करते थे।
छात्रा अंदर ही अंदर इस अपमान से घुटन महसूस कर रही थी। इसी अपमान ने छात्रा को जान देने पर मजबूर कर दिया, छात्रा घर में दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी पर लटक गयी। मृतका के परिजनों में कोहराम मच गया।
मृतक छात्रा के पिता आधा दर्जन दबंगो के खिलाफ पुत्री का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है पर एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई।
इस मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध बनीं हुई है।
कहने को तो उत्तर प्रदेश में सरकार नारी सुरक्षा के नाम पर लंबे - चौड़े कार्यक्रम चला रही है, पुलिस कर्मी रोज एंटी रोमियो अभियान में सक्रियता दिखाते हैं, मगर इतनी बड़ी घटना की पृष्ठभूमि तैयार करने वाले दबंगो पर खाकी की मेहरबानी समझ से परे निकल गयी।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित गांव की सीट पर चुनाव जीतने वाला शख्स गांव के दबंगो की शतरंज का मोहरा बन गया।
प्रधानी की जीत का जश्न मना रहे थे
दरअसल इस प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने वाले पूर्व प्रधान बल्ले ने नतीजे घोषित होने के बाद विरोधियों को बेइज्जत करने की योजना बनाई। एक किराये के डीजे को लोडर में बांधकर गांव में जुलूस निकाला गया, बल्ले की नज़र में जो भी उसके प्रत्याशी का विरोधी था उनके दरवाजे डीजे बजाकर शराब पीकर हुड़दंग मचाया।
गांव में घुम - घुमकर चल रहे इस हुड़दंग की चपेट में 20 साल की दीपा भी आ गयी।
विरोध करने पर माँ बेटी को सरेआम पिटा था
बल्ले, राममिलन (दीपा का पिता) को भी अपना विरोधी मानता था। लिहाजा बल्ले ने राममिलन को सबक सिखाने के लिए उसी पुत्री को सरेआम बेइज्जत करते हुए अपने साथियों की मदद से जबरन खिंचकर डीजे पर नाचने पर मजबूर किया। उस समय दीपा के साथ उसकी माँ भी थी। विरोध करने पर माँ बेटी को सरेआम पिटा गया।
थाने में तहरीर लेकर पहुँचे पीड़ितो की रिपोर्ट तो दर्ज कर ली गयी, लेकिन प्रभावशाली बल्ले की गिरफ्तारी नहीं की गयी। इसके साथी भी आज़ाद घूमते रहे। देड़ महिने का वक़्त निकल गया। इस दौरान दीपा जब भी घर से बाहर निकली, उसे इन दबंगो की छिंटाकशी को झेलना पड़ा। आहत होकर रविवार को उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
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