Image Credit: Trends24, The story of Elizabeth Bathory |
Elizabeth Bathory: कहानी उस महारानी की, जो लड़कियों को मार कर उनके खून से नहाती थी, बन गयी दुनिया की नंबर एक सीरियल किलर
कहानी एलिजाबेथ बाथोरी की इतिहास की सबसे घातक और सबसे खतरनाक महिला हत्यारों में से एक
जब हम इतिहास के पन्ने पलटते हैं। तो कई ऐसे राजा-महाराजाओं के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। इनमें कुछ काफ़ी प्रतापी रहें तो कुछ दुष्ट। लेकिन आज हम एक ऐसी महारानी की कहानी बताने जा रहें। जिनका इतिहास काफ़ी क्रूर माना जाता है।
दुनिया के कई ऐसे क्रूर तानाशाह राजा और सीरियल किलर्स (Serial Killers) हैं, जिन्होंने सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इनमें से ज्यादातर मर्द थे।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला (Female Serial Killer) की कहानी बताने जा रहे हैं जो ना सिर्फ दुनिया की सबसे खतरनाक महिला थी बल्कि उसे दुनिया की सबसे खतरनाक महिला सीरियल किलर (Female Serial Killer Elizabeth) के रूप में जाना जाता है। इस महिला का शौक ऐसा था। जिसे सुनकर आपका दिल दहल जाएगा।
Portrait of Elizabeth Bathory |
तो आइए हम बात करते हैं आज इसी सीरियल किलर महारानी की और इनसे जुड़ें अजीबोगरीब शौक की….
बता दें कि हम बात कर रहें हैं, हंगरी की रहने वाली महारानी एलिजाबेथ बाथरी की। एलिजाबेथ बाथरी को इतिहास की सबसे खतरनाक और वहशी महिला सीरियल किलर (Deadliest and most feared female killer in history) के तौर पर जाना जाता है। साल 1585 से 1610 के बीच बाथरी ने 600 से भी ज्यादा लड़कियों की हत्या कर उनके खून से स्नान किया था।
Symbolic Photo: Elizabeth Bathory |
कहा जाता है कि एलिजाबेथ लड़कियों की हत्या कर उनके खून से नहाती थी। वो इस शौक के लिए क्रूरता की सारी हदें पार करती गई।
वीडियो देखें :
कौन थीं एलिजाबेथ बाथरी (Elizabeth Bathory)?
एलिजाबेथ बाथरी (Elizabeth Bathory) हंगरी साम्राज्य के एक अमीर घराने से थी। 1575 में पंद्रह साल की उम्र मे एलिजाबेथ की शादी ‘काउंट फेरेंक नैडेस्डी (Count Ferenc Nadasdy) नामक व्यक्ति से हुई थी, जोकि हंगरी के राज घराने से थे और बाद में तुर्कों के खिलाफ युद्ध में हंगरी के सैनिकों के मुख्य कमांडर बने थे। शादी के बाद एलिजाबेथ अपने पति के साथ स्लोवानिया के कैचटिस स्थित महल में रहने लगी।
उस पर आरोप था कि वह लड़कियों का मांस खाती थी और उनके खून से नहाती थी। इतना ही नहीं वह इन लड़कियों को उन्हीं का मांस खाने के लिए मजबूर करती थी। एलिजाबेथ लड़कियों को यातना कक्ष में भी प्रताड़ित करती थी।
Symbolic Photo: Elizabeth Bathory |
खुद को जवां और खूबसूरत रखने के लिए करती थी ये काम
उसे सामाजिक शक्ति प्राप्त थी। हालाँकि, वह अक्सर मिर्गी के कारण होने वाले तीव्र दौरे से पीड़ित थी। किसी ने एलिजाबेथ को खूबसूरती बरकरार रखने और मिर्गी को ठीक करने के लिए कुंवारी लड़कियों के खून से नहाने की सलाह दी थी। तब से उसका मानना था कि रक्त उसे युवा और सुंदर रखेगा और मिर्गी को ठीक करने में भी मदद करेगा।
एलिजाबेथ अपने पति के सामने भी लड़कियों का शिकार करती थी। 4 जनवरी, 1604 को किसी बीमारी के चलते उसके पति की मृत्यु हो गयी। पति की मौत के बाद बाथरी बेकाबू हो गई।
उसके बाद वह कैचटिस महल में अकेले रहती थी और वही वह सारी घटनाओं को अंजाम देती रही।
बताया जाता है कि एलिजाबेथ (Elizabeth Bathory) ने साल 1585 से 1610 के दौरान लगभग 650 से भी ज्यादा लड़कियों को काट कर उनकी हत्या कर दी थी और हत्या के बाद वह इनके खून को एक टब में भरवाती थी, फिर घंटों इससे नहाती थी। माना जाता है कि उन्हें कुंवारी लड़कियों के खून से नहाने का शौक था।
Symbolic Photo: Elizabeth Bathory |
इसी के चलते वह लड़कियों को अपना शिकार बनाती थी। उसके शिकार में ज्यादातर कुंवारी लड़कियां ही होती था। उसे लगता था कि इनके खून से नहाने से उसकी जवानी सारी उम्र बरकरार रहेगी। खुद को जवां रखने के जूनून ने उसे दुनिया की नंबर एक सीरियल किलर बना दिया था।
एलिजाबेथ ने अपने पीड़ितों पर कोई दया नहीं दिखाई
एलिजाबेथ ने अपने पीड़ित लड़कियों पर कोई दया नहीं दिखाई और दरिंदगी से हत्या करने से मनोरंजन और संतुष्टि महसूस की। प्रचलित कहानियों के मुताबिक, वह मृत लड़कियों के शरीर के मांस को अपने दांतों से काटकर निकाल लेती थी। एक घटना में, एलिजाबेथ ने एक लड़की के स्तन का एक हिस्सा काट दिया था और उसी लड़की को उसे पकाने और खाने के लिए मजबूर किया।
Symbolic Photo: Elizabeth Bathory |
वह कभी कभी निचले निजी गुप्तांग सहित अपने पीड़ितों के शरीर के अन्य अंगों पर गहरे जलने के निशान छोड़ने के लिए लाल गर्म लोहे, सिक्कों और चाबियों का इस्तेमाल करती थी। कहा ये भी जाता है कि एलिजाबेथ बाथरी (Elizabeth Bathory) के इस भयानक जुर्म में उसके तीन नौकर भी उसका साथ देते थे। इतिहासकारों ने उसके अपराधों को यौन प्रेरित के रूप में देखा। हालाँकि, बाथोरी ने अन्य उद्देश्यों के लिए अपने अपराध किए। पीड़िता को मारने के बाद, उसने पीड़िता का खून बहाया, उसे एक प्याले में डाला और उसे पी लिया।
ऐसे बनाती थी ग़रीब लड़कियों को शिकार
कहा जाता है कि लड़कियों को अपने चंगुल में फंसाने के लिए एलिजाबेथ बहुत बड़ा जाल बुनती थी। एक ऊंचे रसूख वाली महिला होने की वजह से वो आसपास के गांवों की गरीब लड़कियों को अपने महल में अच्छे पैसों पर काम करने का लालच देकर बुला लेती थी। लेकिन लड़कियां जैसे ही महल में आती थीं, वो उन्हें अपना शिकार बना लेती थी। इतना ही नहीं कहा जाता है कि जब इलाके में लड़कियों की संख्या काफी कम हो गई, तब उसने ऊंचे परिवार की लड़कियों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया था।
ऐसे बनाती थी ग़रीब लड़कियों को शिकार
कहा जाता है कि लड़कियों को अपने चंगुल में फंसाने के लिए एलिजाबेथ बहुत बड़ा जाल बुनती थी। एक ऊंचे रसूख वाली महिला होने की वजह से वो आसपास के गांवों की गरीब लड़कियों को अपने महल में अच्छे पैसों पर काम करने का लालच देकर बुला लेती थी। लेकिन लड़कियां जैसे ही महल में आती थीं, वो उन्हें अपना शिकार बना लेती थी। इतना ही नहीं कहा जाता है कि जब इलाके में लड़कियों की संख्या काफी कम हो गई, तब उसने ऊंचे परिवार की लड़कियों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया था।
Symbolic Photo: Elizabeth Bathory |
हंगरी के राजा को जब इस बात का पता चला, तो उन्होंने इस मामले की जांच करवाई। इस मामले को लेकर जब जांचकर्ता एलिजाबेथ के महल में पहुंचे, तो वहां का हाल देखकर दंग रह गए। जांच दल ने एलिजाबेथ के महल से कई लड़कियों के कंकाल और सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए थे। इसके बाद साल 1610 में हंगरी के राजा के आदेश के बाद उसे तीन नौकरों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इन सब तथ्यों के मद्देनजर उसे महल में ही कैद कर दिया गया था।
करीब 4 साल बाद उसकी इसी महल में मौत हो गई थी। दुष्ट महारानी एलिजाबेथ बैथोरी की मौत के बाद भी घटनाओं को कभी रिकॉर्ड के रूप में दर्ज नहीं किया गया।
गांव डेन्यूबियन तराई और लिटिल कार्पेथियन के बीच स्थित पहाड़ी पर खड़ा एलिजाबेथ बाथोरी का महल और उसके का आस पास का क्षेत्र अब खंडरो में बदल चुका है तथा कैचटिस कैसल के खंडहरों के नाम से प्रसिद्ध है। इसे भी भूतिया जगहो में से एक माना जाता है।
‘ड्रैकुला’ में लिखी है एलिजाबेथ की हैवानियत की कहानी
उपन्यासकार ब्राम स्टोकर (Bram Stoker) ने एलिजाबेथ बाथरी (Elizabeth Bathory) के जीवन पर आधारित एक उपन्यास लिखा था, जिसका नाम ‘ड्रैकुला’ था। उपन्यास के मुताबिक, बाथरी के निशाने पर ज्यादातर गांव की लड़कियां होती थीं, क्योंकि वह आसानी से उसके चंगुल में फंस जाती थीं। एलिजाबेथ के ऊपर हॉलीवुड में कई फिल्में भी बनी है।
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