कृष्णानगर पुलिस ने सोमवार शाम को FIR दर्ज की। पीडि़त सआदत ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
यह मामला कहीं और का नहीं बल्कि लखनऊ के कृष्णानगर का है। बाराबिरवा चौराहे पर शुक्रवार रात केसरी खेड़ा कालोनी निवासी प्रियदर्शिनी नारायण उर्फ लक्ष्मी ने सिटी स्टेशन के पास रहने वाले कैब चालक सआदत अली सिद्दीकी पर सरेआम तमाचे जड़ दिए थे। लक्ष्मी ने एक दो नहीं बल्कि काफी देर तक बीच सड़क सआदत को कई तमाचे जड़े थे।
Viral Video: A Girl Continuously Beating a Man (Driver of Car) at Awadh Crossing, Lucknow, UP and allegedly Damaging his Phone inspite of him asking for Reason pic.twitter.com/mMH7BE0wu1
— Megh Updates 🚨 (@MeghUpdates) July 31, 2021
पुलिस ने लक्ष्मी पर कार्यवाही के बजाय उल्टा सआदत को कोतवाली में बंद कर दिया था। यही नहीं पैरवी करने आए सआदत के भाइयों को भी पुलिसकर्मियों ने चालान कर दिया। युवती का आरोप था कि सआदत ने उसे कार से टक्कर मारी थी।
सीसीटीवी फुटेज ने खोली पोल
हालांकि सोमवार को चौराहे पर लगे सीसी कैमरे का फुटेज देखा गया तो सआदत बेकसूर साबित हुआ। फुटेज में स्पष्ट दिख रहा है कि युवती को सआदत ने टक्कर नहीं मारी थी। बावजूद इसके वह सआदत को कार से खींचकर उसकी पिटाई करती है और उसका मोबाइल फोन तोड़ देती है।
यह देखिए सीसीटीवी फुटेज ने सच्चाई कैद की है। कैब चालक को पीटने वाली लड़की की करतूत देखें। इसमें अपडेट यह है कि लखनऊ पुलिस हरकत में आई और आरोपित युवती प्रियदर्शिनी उर्फ लक्ष्मी के खिलाफ कृष्णानगर थाने में लूट और तोडफ़ोड़ की एफआइआर दर्ज की गई।@dainikjagranlko @JagranNews pic.twitter.com/Q8c2bz7zF9
— Pawan Tiwari🇮🇳 🇮🇳 (@pawan_pawant) August 2, 2021
वह बेकसूर था। पुलिस भी इस बात से वाकिफ थी, लेकिन अपनी हरकतों से बाज नहीं आई। बीच सड़क तमाचे खाए। देश भर में वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने रात भर थाने में बिठाया। रात भी भूखा रखा और शांति भंग में चालान कर दिया। हद तो तब हो गई जब पुलिसकर्मियों ने पीडि़त चालक से गाड़ी छोडऩे के एवज में 10 हजार रुपये भी वसूल लिए।
ट्विटर पर #ArrestLucknowGirl की उठी मांग
सीसी फुटेज में कैब चालक बेकसूर दिखा। फजीहत हुई तो पुलिस हरकत में आई और आरोपित युवती प्रियदर्शिनी नारायण उर्फ लक्ष्मी के खिलाफ लूट और तोडफ़ोड़ की धारा में एफआइआर दर्ज की गई। यह मामला कहीं और का नहीं बल्कि लखनऊ के कृष्णानगर का है। वहीं कैब चालक को चौराहे पर लगातार तमाचे जडऩे वाली प्रियदर्शिनी के खिलाफ सोमवार को लोगों ने ट्विटर पर अभियान छेड़ दिया। हैशटैग के साथ अरेस्ट लखनऊ गर्ल (#ArrestLucknowGirl) ट्रेंड करने लगा। इसके बाद लखनऊ पुलिस की नींद टूटी और आनन फानन एफआइआर दर्ज की गई।
सोमवार रात तक दो लाख 23 हजार लोगों ने चलाया हैशटैग
सोमवार देर रात तक दो लाख 23 हजार लोगों ने हैशटैग का समर्थन किया। उधर, युवती ने फेसबुक पर कई पोस्ट डाले और बीचबचाव करने वाले युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सोमवार शाम को भारत में यह अरेस्ट लखनऊ गर्ल सबसे ज्यादा ट्रेंड कर रहा था। लोग इंटरनेट मीडिया पर युवती के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई राजनीतिक दल के नेता भी इस हैशटैग का समर्थन कर रहे हैं।
तीन दिन बाद FIR, इंस्पेक्टर का खेल उजागर
सआदत की तहरीर पर कृष्णानगर पुलिस ने सोमवार शाम को एफआइआर दर्ज की। पीडि़त ने कृष्णानगर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सआदत का कहना है कि शुक्रवार रात में उसने लाल बत्ती होने पर जेब्रा क्रासिंग के पहले ही कार रोक दी थी। तभी युवती उसके पास आई और हमलावर हो गई। युवती ने कार का साइड वाला शीशा भी तोड़ दिया और गाड़ी में रखे छह सौ रुपये छीन लिए। करीब 10 मिनट तक युवती ने सआदत पर लगातार हमला किया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने वीडियो बना ली। कृष्णानगर पुलिस वहां पहुंची और युवती के खिलाफ कार्यवाही के बजाय सआदत को लाकअप में बंद कर दिया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने सआदत को न खाना दिया न पानी। देर रात करीब एक बजे सआदत के भाई इनायत अली और दाऊद गाड़ी के लोकेशन के आधार पर कोतवाली पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें भी लाकअप में डाल दिया। खास बात यह है कि सआदत के दोनों भाई घटना के समय वहां मौजूद भी नहीं थे। सआदत ने रविवार को पुलिस आयुक्त को लक्ष्मी के खिलाफ तहरीर दी, जिसके बाद सोमवार को उसकी रिपोर्ट लिखी गई। इस पूरे प्रकरण में इंस्पेक्टर कृष्णानगर और उनके मातहतों की लापरवाही उजागर हुई है। हालांकि अभी तक किसी भी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई है।
गाड़ी छोडऩे के लिए 10 हजार वसूले
सआदत का आरोप है कि रविवार को वह कृष्णानगर कोतवाली पहुंचा और पुलिसकर्मियों से गाड़ी छोडऩे के लिए कहा। इसपर पुलिसकर्मी रिश्वत की मांग करने लगे। सआदत ने 10 हजार रुपये पुलिसकर्मियों को दिए, जिसके बाद उसे गाड़ी वापस की गई। पीडि़त ने पूरे मामले की जांच किसी दूसरे थाने या अधिकारी से कराने की मांग की है। पीडि़त का कहना है कि पहले लक्ष्मी ने और उसके बाद पुलिसकर्मियों ने दुव्र्यवहार किया, जिससे वह मानसिक तनाव में है। सआदत ने पुलिसकर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पर्दा डालते रहे इंस्पेक्टर
दरअसल, युवक की पिटाई का वीडियो जब वायरल हुआ तो इंस्पेक्टर ने सआदत अली को एक्सयूवी कार का चालक बताया। इंस्पेक्टर ने बिना छानबीन किए कहा कि एक्सयूवी की टक्कर लगने पर युवती ने चालक को पीटा था उसी आधार पर कार्यवाई की गई। बाद में मामला उजागर हुआ तो आनन फानन लक्ष्मी के खिलाफ 107/16 की कार्यवाई कर पल्ला झाड़ लिया।
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